Bihar Board Class 7 Hindi यशस्विनी (Yashaswini Class 7th Hindi Solutions) Text Book Questions and Answers
20. यशस्विनी
(बेबी रानी)
अभ्यास के प्रश्न एवं उत्तर
पाठ से :
प्रश्न 1. इन पद्यांशों के अर्थ स्पष्ट कीजिए ।
(क) पग–नुपूर कंगन हार नहीं
तुम विद्या से शृंगार करो
उत्तर – इन पंक्तियों के माध्यम से कवयित्री ने नारी को शिक्षा ग्रहण करने की प्रेरणा दी है । कवयित्री का कहना है कि नारी अपने रूप- सोन्दर्य से सम्मान नहीं पा सकती । सम्मान पाने के लिए उसे शिक्षित होना आवश्यक है। क्योंकि जीवन में उसे ही सम्मान मिलता है जिसमें गुण होता है । इसी विशेष–गुण से मदर टेरेसा, कल्पना चवला, इन्दिरा गाँधी, मशहूर गायिक लता मंगेश्कर आदि सम्मान की दृष्टि से देखी जाती हैं ।
(ख) वह दान दया की वस्तु नहीं,
वह जीव नहीं वह नारी है ।
उत्तर – कवयित्री पुरुष की प्रधानता पर प्रहार करती हुई कहती है कि लोग अपनी हीन भावना के कारण ही बेटा–बेटी में भेद करते हैं, जबकि दोनों एक ही माँ के गर्भ से पैदा होते हैं। ईश्वर ने दोनों को समान रूप से सुविधाएँ प्रदान की है। फिर बेटी के साथ ऐसा क्यों ? कवयित्री का कहना है कि अब सृष्टि संरचना में पुरुष के समान ही नारी का भी योगदान होता है, फिर नारी को बोझ मानकर उसकी उपेक्षा क्यों की जाती है ? इसीलिए कवयित्री अभिलाषा प्रकट करती है कि नारी को भी अपने जीवन को सजाने- संवारने का अवसर मिलना चाहिए ।
(ग) उसे टेरेसा वन जीने दो,
उसे इंदिरा वन जीने दो ।
उत्तर – कवयित्री लोगों को आह्वान करती है कि नारी को मदर टेरेसा एवं इन्दिरा की भाँति ऊँचाई छूने का अवसर मिलना चाहिए। कवयित्री का मानना है कि नारी में भी पुरुष की भाँति प्रतिभा है, इसलिए उसे स्वच्छंद वातावरण में अपने जीवन को संवारने का अवसर मिलना चाहिए ।
पाठ से आगे :
प्रश्न 1. समाज में लिंग भेद को मिटाना क्यों जरूरी है ? इसको मिटाने के लिए आप क्या-क्या कर सकते हैं ?
उत्तर – समाज में लिंग-भेद मिटाना इसलिए जरूरी है क्योंकि इसी भेदभाव के कारण समाज में विषमता जन्म लेती है। इस भेदभाव को मिटाने के लिए हमें पुत्र के समान ही पुत्री को भी हर सुविधा प्रदान करनी चाहिए
जैसे उसकी रूचि का सम्मान करना, पठन-पाठन में सहयोग करना, पुत्रवत् व्यवहार करना आदि के द्वारा लिंग–भेद जैसी कुरीति को मिटाई जा सकती है।
प्रश्न 2. समाज में स्त्री एवं पुरुष में भेद-भाव किन-किन रूपों में दिखाई देता है । इन्हें समाप्त करने के लिए क्या-क्या किया जा सकता है ?
संकेत : छात्र स्वयं उत्तर तैयार करें ।
प्रश्न 3. समाज में भ्रूण हत्याएँ हो रही हैं। लगातार महिलाओं की संख्या में कमी हो रही है। लोग लड़के की कामना करते हैं तथा लड़कियों को दोयम दर्जे के नागरिक के रूप में देखा जाता है। वर्तमान समय में कमोबेश नारी की यही स्थिति है । इस परिदृश्य को ध्यान में रखकर एक स्वरचित कविता का निर्माण कीजिए ।
संकेत : छात्र स्वयं उत्तर तैयार करें ।
कुछ करने को :
प्रश्न 1. बाल-विवाह, दहेज-प्रथा, भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक कुरीतियाँ हमारे समाज में हैं । आपके विद्यालय में ‘मीना मंच’ से संबंधित या कुछ अन्य पुस्तकें होंगी जिनमें बालिका शिक्षा तथा नारी सशक्तीकरण से संबंधित कहानियाँ हैं । आप उनका अध्ययन कीजिए और नुक्कड़ नाटक के द्वारा समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने के लिए लोगों को प्रेरित कीजिए ।
संकेत : छात्र स्वयं उत्तर तैयार करें ।
प्रश्न 2. प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है । इस दिन क्या-क्या होता है? अपने शिक्षक से चर्चा कीजिए ।
संकेत : छात्र स्वयं उत्तर तैयार करें ।
प्रश्न 3. भारतीय नारी ने विभिन्न क्षेत्रों में अपना परचम लहराया है, जैसे :
इन्दिरा गाँधी – राजनीति
कल्पना चावला – अंतरिक्ष वैज्ञानिक
मदर टेरेसा – समाज–सेवा
लता मंगेश्कर – संगीत
क्या आपके आस-पास कोई ऐसी नारी है, जिसने किसी क्षेत्र में अपना विशेष नाम किया हो । शिक्षक, अभिभावक की सहायता से पता कर उनसे मिलिए और बातचीत कीजिए ।
संकेत : छात्र स्वयं उत्तर तैयार करें।
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